गणेश घाट के बारे में
गणेश घाट, वाराणसी में एक साधारण और कम प्रसिद्ध नदी तट है, जिसका नाम भगवान गणेश के नाम पर रखा गया है, जो आरंभ के देवता और विघ्नहर्ता हैं।
यह 19वीं शताब्दी की शुरुआत तक अग्निश्वर घाट का हिस्सा था। पेशवा अमृतराव ने 1807 में यहाँ पत्थर लगवाकर अमृत विनायक या गणेश मंदिर का निर्माण करवाया था, इसलिए इसका नाम गणेश घाट पड़ा। यह घाट काशी के दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है—जहाँ स्थानीय लोग अपने सभी छोटे-बड़े प्रयासों के लिए शुभ आरंभ और आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं।